हाडौती क्षेत्र का प्रमुख़ नगर 'कोटा' अपनी भोगोलिक स्थिति के कारण औघोगिक एवं शैक्षिक क्षेत्र के रुप मे विकसित हो रहा है। शिक्षा क्षेत्र के विकास की तीव्र गति एवं छात्र संख्या की विस्फ़ोटक स्थिति ने शिक्षा क्षेत्र मे नये आयामों व दिशाओं का मार्ग प्रशस्त किया है । शिक्षा के विकास की तीव्र गति के कारण नये- नये विद्यालयो की स्थापना एवं उनके लिये सुयोग़्य तथा सुप्रशिक्षित शिक्षकों का अकाल सा अनुभव किया जाने लगा । इसी अभाव की पुर्ति करने के लिये कोटा नगर के प्रबुद्ध शिक्षा प्रेमियो ने हाडौती क्षेत्र के स्वतन्त्रता सेनानी एवं महान शिक्षाविद स्व. श्री शम्भूदयाल जी सक्सेना के नेतृत्व में सन 1964 मे स्व. पं. जवाहरलाल नेहरु की पुण्य स्मृति को अक्षुण बनाये रखने हेतु जवाहरलाल नेहरु शिक्षण संस्थान नामक संस्था की स्थापना की। इस संस्था का प्रमुख उद्धेश्य अघ्यापक शिक्षा को गति प्रदान करने हेतु शिक्षा महाविद्यालय की स्थापना करना था।