- भारतीय जीवन मूल्यों की पुनर्र्याख्या करते हुए उसे आघुनिक जीवन के भावी विकल्प के रुप में प्रस्तुत करके समाज को नई दिशा देने का प्रयास करना।
- शिक्षण कार्य को मात्र कुछ जानकारी देने तक सीमित न रखकर उसे जानकारी में सन्निहित भावनाओं एवं परिकल्पनाओं तक विस्तृत करना।
- बौद्विक योग्यताओं के उच्चतर स्तर सृजित करना।
- शिक्षा और प्रशिक्षण के लिये सर्वोतम सुविधाएं स्थापित करना।
- पूर्व प्राथमिक स्तर से लेकर माध्यमिक स्तर तक शिक्षक प्रशिक्षण की व्यवस्था करना।
- शिक्षण प्रशिक्षण के क्षेत्र में उच्च अध्ययन तथा शोध कार्य की व्यवस्था करना।
- उच्चतर शिक्षा में शिक्षण, अध्यापन और प्रशिक्षण का उपबंध करना तथा ज्ञान के अनुसंधान, अभिवृद्वि और प्रसारण के लिये उपबंघ करना।
- पूर्व प्राथमिक, उच्च प्राथमिक, माध्यमिक,उच्च माध्यमिक, उच्च शिक्षा के क्षेत्र में विभिन्न विद्यालय एवं महाविद्यालयो की स्थापना करना।
- अध्यापन, अनुसंधान और सतत शिक्षा कार्यक्रम का आयोजन करना।
- अनुसंधान और विकास के लिये तथा ज्ञान एवं उसके प्रयोग में सहभागी होने के लिये उत्कृष्ट केंद्र सृजित करना।
- राष्ट्रीय अनोपचारिक शिक्षा योजनाओं के लिए आधारभूत सुविधाएं उपलब्ध कराना।
- समाज के शिक्षा से वंचित वर्ग को शिक्षा सुविधाएं उपलब्ध कराने का आधार तैयार करना।
- सामाजिक उत्थान के लिए प्रशासन द्वारा संचालित विभिन्न शैक्षणिक योजनाओं मे सक्रिय सहयोग एवं सहभागिता प्रदान करना।
- किसी भी ऐसे अन्य उद्वेश्य को आगे बढाना जो राज्य सरकार द्वारा अनुमोदित किया जाये।